Elon Musk Elon Brain Chip-आज के इस आर्टिकल में हम विज्ञान की एक अद्भुत की रिसर्च के बारे में बात करेंगे। Elon Musk की Brain Chip की बनाने वाली कंपनियां ने अपने पहले मरीज में चिप को लगा दिया है जिसमें आशाजनक प्रारंभिंक परिणामों का दावा किया गया है,हम आपको बता दें कि Elon Musk ने 2016 में अपनी न्यूरोटेक्नोलॉजी कंपनी को स्थापित किया था। बता दें कि ये चिप ह्यूमन ब्रेन और कंप्युटर के बीच कम्युनिकेशन चैनल की तरह काम करेगा।
Elon Musk की कंपनी न्यूरालिंक का मानव शरीर में ब्रेन चिप (Brain Chip )लगाने का दावा–
एलॉन मुस्क (Elon Musk) के न्यूरालिंक कंपनी ने इंसान के ब्रेन में चिप लगाने का दावा किया है उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर एक पर इसकी जानकारी दी है, उनकी यह कंपनी इस प्रोजेक्ट पर काफी लंबे समय से कम कर रही थी जिसकी मंजूरी कंपनी को सितंबर में US Food and Drug Administration के द्वारा दी गई थी।
एलन मस्क के के अनुसार यह डिवाइस एक सिक्के के आकार का है जिसे मानव खोपड़ी में लगाया जाएगा इस डिवाइस की पहली एप्लीकेशन ब्रायन डिसऑर्डर और अन्य रिलेटेड डिजीज है।
Elon Musk के द्वारा किया गया ट्वीट-एलॉन मुस्क की कंपनी न्यूरलिंक इंसानी दिमाग में सफलतापूर्वक चिप लगा चुकी है इसकी जानकारी एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X Twitter पर की है।उन्होंने यह जानकारी भी दी है कि जिस व्यक्ति के ऊपर ट्रायल किया गया है उसके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
पहले न्यूरालिंक प्रोडक्ट को टेलीपैथी कहा जा रहा है. यह केवल सोचने मात्र से, आपके फ़ोन या कंप्यूटर और उनके माध्यम से लगभग किसी भी उपकरण का नियंत्रण सक्षम हो जाता है. आरंभिक उपयोगकर्ता वे होंगे जो अपने अंगों का उपयोग खो चुके होंगे. कल्पना करें कि क्या स्टीफन हॉकिंग एक स्पीड टाइपिस्ट से भी अधिक तेजी से बात कर सकते थे और इसका यह लक्ष्य है ।
ZEE News पर किया गया DNA टेस्ट-
Neuralink : Elon Musk की कंपनी को एफडीए की मंजूरी
एलन मस्क की ब्रेन चिप वाली कंपनी, न्यूरालिंक, कंपनी को अमेरिका के फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफ़डीए) की ओर से मानव शरीर पर टेस्ट करने की मंजूरी सितंबर में मिली थी । इस टेक्नोलॉजी के बारे में एलन मस्क ने सोशल मीडिया के जरिए आम लोगों से कहा कि इस चिप के माध्यम से लोगों को मदद मिल सकती है जो विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं।
Neuralink : ब्रेन चिप का दावा, मोटापा से लेकर लकवे तक सभी समस्याओं का हल?
न्यूरालिंक कंपनी के सह-संस्थापक, एलन मस्क ने बताया है कि इस चिप का उपयोग आँखों की रोशनी और चलने-फिरने से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के साथ-साथ, मोटापा का इलाज भी संभव है। इस सफलता की कहानी को सुनकर लोगों में उत्साह और रोमांच बढ़ा है।
space x और tesla के चीफ के अनुसार न्यूरलिंक के इस गैजेट की मदद से पैरालिसिस, हियरिंग प्रोबलम और ब्लाइंडनेस को ठीक किया जा सकता है।
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Neuralink : ब्रेन चिप का बंदरों और सुअरों पर किया गया ट्रायल
न्यूरालिंक ने अपने चिप्स को बंदरों और सुअरों पर सफलतापूर्वक टेस्ट किया गया है, जिससे यह साबित होता है कि इस तकनीक के माध्यम से ब्रेन से निकलने वाले सिग्नल को इंटरप्रेट करने और उन्हें ब्लूटूथ के ज़रिए किसी डिवाइस तक पहुँचाने के लिए चिप डिज़ाइन किए गए हैं। इस अद्भुत तकनीक के माध्यम से लोग शारीरिक रूप से अक्षम होने पर भी कंप्यूटर और मोबाइल का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो उनके जीवन में एक बदलाव ला सकता है।
इस ट्रायल को शुरुआत में बंदरों और सुअरों पर किया गया ।इनमें एक 9 साल का बंदर भी था जिसमें चिप लगाई गई थी जिससे वह केवल मन से वीडियो गेम खेल पा रहा था।
आज के पोस्ट में हमने पहली बार इंसान के दिमाग में लगाई गई चिप के बारे में जाना और जाना कि इस चिप से क्या फायदे हो सकते हैं।अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई तो इसे अपने सोशल मीडिया पर अवश्य शेयर करें। ऐसी ही न्यूज़ के लिए हिंदी दृष्टि पर बने रहे।